इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षाओ का दौर जारी है और इन्ही सब के बीच लगातार हमारी टीम इलाहाबाद यूनिवर्सिटी फैमिली छात्र-छात्राओ के प्रतिक्रिया भी दर्ज करती है इन्ही सब के बीच छात्र-छात्राओ के मन में नाॅन सब्जेक्ट को लेकर सवाल आ रहे थे कि यह नाॅन सब्जेक्ट परास्नातक प्रवेश प्रकिया कैसे होता है। इस सवाल का जवाब छात्र तो छात्र अधिकारी भी देने में कई बार सोचते है। पर परेशान न होइए, आइए हम चरणबद्ध तरीके से आपको बताते है।
क्या होता है नाॅन सब्जेक्ट -
नाॅन सब्जेक्ट अर्थात कि वह विषय जिसमे आप नामांकन लेना चाहते हो और वह विषय आपके स्नातक अंतिम वर्ष में न रहा हो या आप किसी अन्य स्ट्रीम के छात्र रहे हो। उदाहरण स्वरूप जैसे आप BCOM के छात्र हो और पाॅलिटिकल साइंस में नामांकन लेना चाहते है, आप BSC के छात्र है और पाॅलिटिकल साइंस में नामांकन लेना चाहते है और BA के छात्र है पर आपके अंतिम वर्ष में पाॅलिटिकल साइंस सब्जेक्ट न रहा हो। ऐसे में पाॅलिटिकल साइंस आपके लिए नाॅन सब्जेक्ट होगा। लगभग सभी विभाग कुछ विभागों को छोड़कर कुछ सीट रिजर्व रखती है जो कि नाॅन सब्जेक्ट के छात्रों के लिए होता है और उनके लिए अलग ही कट ऑफ निर्धारित होता है जो कि सब्जेक्ट के छात्रों से भिन्न होता है।
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कैसे होता है नाॅन सब्जेक्ट आवेदन -
प्रवेश आवेदन के दौरान आपसे जो डाटा मांगा जाता है वह आपके स्नातक के विषयों का ही होता है। जिसमे आप अपने स्नातक के विषयों की जानकारी देंगे और एक विकल्प में नाॅन सब्जेक्ट में सिर्फ आपको बताना होता है कि किस विषय को रखना चाहते है।
स्नातक के विषयानुसार ही जारी होता है एडमिट कार्ड -
स्नातक के विषयानुसार ही आपके एडमिट कार्ड जारी होते है अर्थात अगर आप BCOM के छात्र होकर पाॅलिटिकल साइंस के लिए आवेदन किए है तो आपका एडमिट कार्ड MCOM के लिए आएगा और आपको MCOM के प्रवेश तिथि के दिन ही एग्जाम देना होगा। अगर BSC के छात्र होकर पाॅलिटिकल साइंस के लिए आवेदन किया है तो आपका एडमिट कार्ड MSC के लिए आएगा और आपको MSC के प्रवेश तिथि पर एग्जाम देना होगा। BA के छात्र है तो आपका MA का एडमिट कार्ड आएगा और आपको MA के तारीख पर एग्जाम देना होगा। इसके लिए सबसे पहले आप एडमिट कार्ड डाउनलोड करे और जो तारीख व विषय दिया हो उसी के एग्जाम की तैयारी करिए।
नाॅन सब्जेक्ट के सवाल कहाँ से पूछे जाएंगे -
अधिकतर छात्र यहाँ आकर गलती कर देते है। वह नाॅन सब्जेक्ट के विषय की तैयारी करने लगते है और जब परीक्षा देने जाते है तो सवाल अलग हो जाता है। ध्यान दिजिए सवाल आपके स्नातक के विषय से ही पूछे जाएँगे चाहे आप किसी भी नाॅन सब्जेक्ट के लिए आवेदन किए हो। उदाहरण स्वरूप BCOM होकर आपने आवेदन पाॅलिटिकल साइंस के लिए किया है तो आपसे सवाल BCOM के ही पूछे जाएँगे पाॅलिटिकल साइंस के नही। इसी प्रकार BSC होकर आपने पाॅलिटिकल साइंस के लिए आवेदन किया है तो सवाल आपसे BSC के ही पूछे जाएँगे पाॅलिटिकल साइंस के नही। अगर आप BA में अन्य विषय से ऑनर्स या प्लेन पेपर पास किए है तो सवाल आपके ऑनर्स पेपर व प्लेन पेपर से पास किए है तो उसी से ही पूछे जाएँगे न कि पाॅलिटिकल साइंस से।
कैसे बनता है नाॅन सब्जेक्ट का कट ऑफ -
चूँकि दो प्रकार के छात्र होते एक जिनका आनर्स पेपर होता है और दूसरे जिनका प्लेन पेपर अर्थात दो विषयों का परीक्षा होता है अंतिम वर्ष में। जिनका एक विषय का होता है उनके सवाल भी एक विषय के ही पूछे जाएँगे व कट ऑफ भी वही नंबर बन जाएगा। लेकिन वही प्लेन पेपर वाले छात्र के सवाल दोनो विषयो के पूछे जाएँगे व दोनो विषयों का एवरेज मार्कस उनका कट ऑफ बन जाता है।
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ध्यान दिजिएगा यह पोस्ट सिर्फ नाॅन सब्जेक्ट परास्नातक के छात्रों के लिए है। अगर अब भी कोई दिक्कत आप महसूस कर करे है नाॅन सब्जेक्ट को लेकर तो आप नीचे दिए गए लिंक पर काॅमेंट करे जहाँ हम आपके सवालों का जवाब देने का प्रयास करेंगे।
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