इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं , कुछ कोर्सेज को छोड़कर बाकी सभी कोर्सेज के एडमिट कार्ड भी जारी हो चुके हैं। एडमिट कार्ड इत्यादि को लेकर इस वेबसाइट पर हम लगातार आपको अप्डेट्स भी दे रहे हैं।
प्रवेश परीक्षा के लिए इस वर्ष 1 लाख 420 अभ्यर्थियों ने प्रवेश परीक्षा का शुल्क जमा करते हुए प्रवेश परीक्षा के लिए अंतिम रूप से आवेदन को पूरा किया। इस बार सबसे ज्यादा UGAT के पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैं , वही सबसे कम आवेदकों की संख्या प्रोफेशनल कोर्सेज में है। कई छात्रों के मैसेज हमारी टीम को लगातार प्राप्त हो रहे हैं कि किन पाठ्यक्रमों में कुल कितने आवेदन आए , इस पर भी हमारी टीम जल्द ही अपडेट लेकर आएगी। फिलहाल जिस ख़बर पर हम चर्चा करने वाले हैं वह खबर है मॉक टेस्ट को लेकर।
कल देर शाम सभी पाठ्यक्रमों के लिए मॉक लिंक को एक्टिवेट कर दिया गया है। प्रवेश परीक्षा निदेशक ने सभी अभ्यर्थियों से अनुरोध किया है कि इन मॉक टेस्टों को जरूर दें जिससे की परीक्षा के दौरान किसी को भी दिक्कत न हो। इन मॉक टेस्टों को मुख्य प्रवेश परीक्षा के तर्ज पर ही बनाया गया है , जो भी दिशानिर्देश इनके शुरुआत में दिए गए हैं वह ही आपको मुख्य परीक्षा के वक्त भी मिलेंगे । इस लिहाज से यह आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो सकता है। जिन्होंने ने ऑनलाइन मोड का चुनाव किया है उन्हे तो इसे अनिवार्य रूप से करना चाहिए जिससे उन्हे पता चल सकें कि उन्हे कहां दिक्कत आ रही है , यदि आपको किसी भी प्रकार की समस्या हो रही हो मॉक टेस्ट देते वक्त तो आप उसे समय रहते जान सकतें है और उसका समाधान भी पा सकते हैं।
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ऑफलाइन मोड में परीक्षा दे रहे छात्रों के लिए भी उतना ही उपयोगी -
जब हमारी टीम ने प्रवेश परीक्षा निदेशक आई. आर. सिद्दीकी जी से इस मॉक की उपयोगिता ऑफलाइन मोड में परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों के लिए पूँछा तो उन्होंने बताया कि - "मॉक टेस्ट सभी अभ्यर्थियों के लिए काफी उपयोगी है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा के प्रश्नपत्रों को जमा कर लेती है जिसके चलते छात्रों में हमेशा यह कौतुहल रहता है कि किस प्रकार के प्रश्न प्रवेश परीक्षा में पूछे जा सकते हैं , तो उन सभी छात्रों के लिए प्रवेश परीक्षा का पैटर्न इन मॉक टेस्टों की मदद से जाना जा सकता है। इनको देकर अभ्यर्थियों को किस प्रकार के प्रश्न आएंगे इसका अंदाजा लग जाएगा और शेष दिनों में थोड़ा ध्यान उन विषयों पर भी दे सकते हैं।"