इलाहाबाद विश्वविद्यालय उर्दू विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अली अहमद फातमी को मध्य प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय इकबाल सम्मान 2020 के लिए चयनित किया है। मशहूर साहित्यकार अहमद फातमी को यह अवार्ड संस्कृति मंत्रालय मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दिया जाएगा।
क्या है राष्ट्रीय इकबाल सम्मान -
राष्ट्रीय इकबाल सम्मान मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कला व साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगो को दिया जाता है। उर्दू साहित्य में रचनात्मक व उत्कृष्ट सहयोग देने वालो को सम्मानित करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश सरकार ने सन 1986 में इस पुरस्कार की शुरुआत 20वीं सदी के मशहूर उर्दू साहित्यकार अल्लामा इकबाल के नाम पर की। इस सम्मान के अंतर्गत एक लाख रूपये व प्रशस्ति पत्र मिलता है।
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फातमी जी की रचनाएँ व सम्मान -
प्रोफेसर फातमी प्रेम चंद नए तनाजुर में, इक़बाल और इलाहाबाद, फ़िराक़ गोरखपुरी शायर और दानिशवर, फ़ैज़ एक नया मूताला, सैयद एहतेशाम हुसैन जिक्र व फिक्र, सज्जाद ज़हीर एक तारीख एक तहरीक कामरेड मंटो और तरक्की पसंद तहरीक सफ़र दर सफर जैसे प्रसिद्ध रचना लिख चुके है। इससे पूर्व भी उन्हे उत्तर प्रदेश उर्दू अकेडमी द्वारा प्रेमचंद सम्मान, गालिब अवार्ड व कैफी आजमी अवार्ड से नवाजा जा चुका है।
विश्वविद्यालय में खुशी की लहर -
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कविता रचनाओ व साहित्य को लेकर छात्र-छात्राओ के साथ साथ प्रोफेसर भी खूब रमे रहते है यही वजह है प्रोफेसर अली फातमी के इस उपलब्धि पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सभी लोग इस अवसर पर खुशी व गर्व महसूस कर रहे है। उर्दू विभाग के छात्रों ने बात करते हुए बताया कि यह गुरूवर के 40 सालों के साहित्य को समर्पण का परिणाम है कि वह अंतर्राष्ट्रीय फलक पर ख्याति प्राप्त कर हमारे साहित्य, विभाग, विश्वविद्यालय के नाम का इकबाल बुलंद कर रहे है।