इलाहाबाद विश्वविद्यालय हमेशा से अपने अतीत व इतिहास को लेकर चर्चे में रहता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यहाँ के मजबूत पुराछात्र। यहाँ से पढे छात्र देश के किसी भी सर्वोच्च पद से खाली नही है। चाहे वह राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री हो या मुख्य न्यायाधीश। आज फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दो पुराछात्र ने गौरव स्थापित किया है। इविवि के पुराछात्र श्री नृपेन्द्र मिश्र को पद्म भूषण व श्री बी.बी लाल को पद्म विभूषण सम्मान आज राष्ट्रपति महोदय के हाथों से उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिए दिया गया।
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श्री नृपेन्द्र मिश्र व इविवि से जुड़ाव -
श्री नृपेन्द्र मिश्र उत्तर प्रदेश 1967 कैडर के रिटायर्ड I.A.S अधिकारी है। जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल 2014-2019 में मुख्य सचिव रह चुके है साथ ही राम मंदिर कमेटी के भी अध्यक्ष पद पर रहे है। सिविल सेवा में अपने जीवन के उत्कृष्ट 54 साल के लिए उन्हे माननीय राष्ट्रपति द्वारा आज उन्हे पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया। बताते चले श्री नृपेन्द्र मिश्र ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से परास्नातक राजनीति शास्त्र व रसायन शास्त्र की डिग्री ली है।
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श्री बी.बी लाल व इविवि से जुड़ाव -
श्री बी.बी लाल यानि ब्रज बासी लाल 1968-1972 पुरातात्विक विभाग भारत सरकार यानि आर्किएलाॅजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के डायरेक्टर रह चुके है। साथ ही UNESCO के विभिन्न कमेटियों के सदस्य भी रहे है। पुरा पाषाण काॅल से लेकर प्रारंभिक इतिहास में उत्कृष्ट शोध जैसे कालिबंगन, अयोध्या, हस्तिनापुर, इंद्रप्रस्थ के लिए उन्हे माननीय राष्ट्रपति द्वारा आज पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा गया। बताते चले कि श्री बी.बी लाल ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से परास्नातक संस्कृत की डिग्री ली है।
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