मगध विश्वविद्यालय बिहार इस समय सुर्खियों में छाया हुआ है इसकी वजह है वहाँ के कुलपति। स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम द्वारा मगध विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय आवास व गोरखपुर आवास दोनो जगह एक साथ छापेमारी हुई। जहाँ से लगभग दो करोड़ कैश बरामद हुए है वहीं कई जमीन के कागजात भी मिले हैं। काफी समय बाद इस प्रकार की कार्रवाई किसी विश्वविद्यालय के कुलपति पर हुई है। कुलपति पर अपने मन के नियुक्ति, एजेंसी चयन, पदस्थापित, दबाव बनाकर भ्रष्टाचार के कई आरोप भी हैं।
आलमारी से झर झर के गिर रहे थे नोट -
भास्कर बिहार के एक रिपोर्ट में लिखा गया है कि जब कुलपति के निजी आवास गोरखपुर पर छापा डाला गया तो वहाँ उनके बेडरूम मे दो तीन आलमारियाँ मिली। पता चला कि आलमारियाँ कुलपति की है तो उसे बडी मशक्कत से खोला गया। आलमारी खुलते ही नोटो की गड्डियाँ झर झर कर गिरने लगी एक, दो, तीन लाख फिर इसके बाद वहाँ नोट ही नोट हो गए। नोट की संख्या देखते हुए नोट गिनने वाली मशीन मंगायी गयी तो पता चला कि नोट 70 लाख थे फिर धीरे धीरे अन्य आलमारियों को खोला गया तो नोटो की संख्या लगभग दो करोड़ तक पहुंच गयी।
एयू कुलपति पर जाँच के लिए वकील ने उठाया आवाज -
मगध विश्वविद्यालय पर टिप्पणी करते हुए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रजनीश सिंह रिशु ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति पर भी जांच की आवाज उठायी है। सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए उन्होने लिखा है कि "यह हैं आज के गुरुकुल के आचार्य, यह महोदय रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय के भी कुलपति रह चुके हैं, अधिकतर न्यायमूर्तिगण, प्रशासनिक अधिकारीगण, नेताओं के यहाँ भी अगर जांच हो तो ऐसे ही कारनामे मिलेंगे। एक शिक्षक को वह भी जो कुलपति हो जिसके पास सरकारी हर सुविधा हो इतने रुपयों कि क्या जरूरत है, कैसे भ्रष्टाचार खत्म हो इस पर राय बनानी चाहिए हमलोगों को, इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय कि पहली महिला कुलपति संगीता श्रीवास्तव की भी अगर जांच हो तो हमें पूरा उम्मीद है कि उनके भी आलमारी से ऐसे ही नोटों की गड्डियां मिलेंगी, वह भी रज्जू भैया विश्विद्यालय की कुलपति रहते हुए अपने कई चहेतों को प्रोफेसर बना चुकी हैं।"
एयू में भी नियुक्ति के नाम पर वसूली शुरू -
अपने बात को आगे बढाते हुए रजनीश लिखते है कि "अभी केंद्रीय विश्वविद्यालय में भी सब जुगाड़ वाले मैडम के करीबियों को ही नियुक्ति मिलेगी, मैडम के गैंग के शिक्षक तो अभी से ही वसूली सुरु कर चुके हैं और अपने चहेते शोध छात्रों का शोध कार्य जमा करवाकर ,उनसे ही मोटी रकम लेकर नियुक्ति देंगे।"
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