वर्तमान समय में देश के चर्चित कवि तथा सौम्य इंसान इलाहाबाद विश्वविद्यालय में सह प्राध्यापक डॉ बसंत त्रिपाठी द्वारा लिखित काव्य संग्रह " नागरिक समाज " सेतू प्रकाशन से 2022 में प्रकाशित हो चुका है। आप अमेज़न से ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं।
"खालीपन दौड़ता है सीने के भीतर धड़कते नन्हे से दिल में
दिन की रफ्तार रातों में घुलती चली जाती है
हर बार आशंकाएं चील की तरह झपट्टा मारती है
हर बार छूट जाता है आदमी अपनी परछाई के साथ
बिल्कुल अकेला"
- कविता संग्रह " नागरिक समाज " से
यह बसंत त्रिपाठी का चौथा काव्य संग्रह है। इससे पहले तीन अन्य काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।
सबसे पहले 1993 में श्री प्रकाशन दुर्ग (छत्तीसगढ़ ) से काव्य संग्रह " मौजूदा हालात को देखते हुए " प्रकाशित हुआ।
इनका दूसरा काव्य संग्रह " सहसा कुछ नहीं होता " ज्ञानपीठ से वर्ष 2004 में प्रकाशित हो चुका है। तीसरा कविता संग्रह "उत्सव की समाप्ति के बाद " शिल्प पायन प्रकाशन से 2012 में प्रकाशित हुआ।
कविता के अलावा आलोचना विधा में पुस्तक " प्रसंगवश " विश्व भारती प्रकाशन नागपुर से प्रकाशित है।
कहानी विधा में ज्ञानपीठ से प्रकाशित पुस्तक "शब्द" रचनाकार की बहुआयामी सक्रियता का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
डॉ. बसंत त्रिपाठी की साहित्यिक रचना इलाहाबाद में " सबद "( आनंद भवन के ठीक सामने ) पर उपलब्ध हैं।
हिंदी साहित्यिक क्षेत्र में बहुपठित पत्र-पत्रिकाओं में कविता, कहानी, आलोचना, लेख , डायरी, रेखाचित्र आदि विभिन्न विधाओं में हमेशा प्रकाशित होते रहें हैं । - वसुधा, नया ज्ञानोदय, वागर्थ, पहल , नवनीत, हंस, कथादेश , समयांतर, साक्षात्कार, पक्षधर , बनास जन , नयापथ , चिंतन दिशा, आदि पत्रिकाओं के अनेक अंकों में आप इन्हें पढ़ सकते हैं।
25 मार्च 1972 को भिलाई में जन्मे बसंत त्रिपाठी बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में अध्यापन कार्य से पहले श्रीमती बिंझाणी महिला महाविद्यालय में 22 साल तक अध्यापन कार्य करते रहें हैं। साहित्य क्षेत्र में सक्रियता और संवेदनशील जुड़ाव का परिणाम यह रहा है कि डॉक्टर त्रिपाठी को पाठक वर्ग से खूब स्नेह और सम्मान मिलता रहा है। प्रगतिशील बौद्धिक समाज में आप बेहद प्रतिष्ठित हैं। छात्रों के बीच मृदुभाषी शिक्षक के रूप में लोकप्रिय हैं। जनवादी लेखक संघ के सक्रिय सदस्य के रूप में आप बेहद सक्रिय हैं।
डॉ. बसंत त्रिपाठी को कविता के क्षेत्र में सूत्र सम्मान 2007 तथा ‘लक्ष्मण प्रसाद मंडलोई सम्मान’ 2011 से सम्मानित किया गया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय फ़ैमिली पोर्टल यह उम्मीद करता है की डॉक्टर बसंत त्रिपाठी की साहित्यिक सक्रियता एक बार फिर से इलाहाबाद विश्वविद्यालय को उत्थान के पथ पर अग्रसरित करने में सहायक होगी। पाठकों का प्यार मिलते रहेगा।
साहित्यिक रचना पर लेख के लिए संपर्क करें -
राहुल कुमार पाण्डेय "रश्की "
8709245874