BEd vs BTC 2023 : अगर आप बीएड (BEd vs BTC) के अभ्यर्थी हैं, तो आपको बता दें कि आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण खबर सामने आ रही है। ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट ने बीएड बनाम बीटीसी मामले में बीटीसी अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला सुनाया था। जहां अब अभ्यर्थियों के दो पक्ष बंट गए हैं, जिसमें से पहला पक्ष बीएड अभ्यर्थियों का है, तो वहीं दूसरा पक्ष बीटेक अभ्यर्थियों का है। जहां फैसला आने के बाद दोनों की पक्षों में टकराव की स्थिति है। बता दें कि फिलहाल सुप्रीम ने बीएड अभ्यर्थियों कोई भी राहत देने से इंकार किया है। आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर...
B.Ed vs BTC : अभ्यर्थियों ने सुनाई व्यथा (Candidates narrated the agony) -
BEd vs BTC मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीएड अभ्यर्थियों के खिलाफ सुनाए गए फैसले ने बीएड अभ्यर्थियों को परेशानी में डाल दिया है। जहां अब बीएड अभ्यर्थी इस फैसले के बाद से ही काफी गुस्से में भी दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि बीएड अभ्यर्थियों का कहना है कि हमने बीएड के लिए अपने जीवन के 2 साल दिए और करीब 1.5 लाख रूपये की फीस दिए। परंतु इसके बाद भी उनकी मेहनत का कोई परिणाम नहीं निकला। गुस्साए बीएड अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने काफी मेहनत से टीईटी और सीटीईटी पास किया, लेकिन पता चला कि अब अभ्यर्थी प्राइमरी टीचर ही नहीं बन सकेंगे।
ताजा अपडेट के लिए हम आपको एक सरल उपाय बता रहे हैं और वह उपाय है हमारा टेलीग्राम चैनल आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़कर सभी अपडेट समय से प्राप्त कर सकते हैं और सबसे पहले भी प्राप्त कर सकते हैं। आपकी सुविधा के लिए हम हमारे टेलीग्राम चैनल का लिंक नीचे दे रहे हैं उसे लिंक पर क्लिक करके आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं।
टेलीग्राम चैनल से जुड़ने के लिए : लिंक यहां क्लिक करें
ये है सुप्रीम कोर्ट का फैसला (This is the decision of the Supreme Court) -
सुप्रीम कोर्ट में बीएड बनाम बीटीसी (BEd vs BTC) मामले में 11 अगस्त को जस्टिस संजय किशनकौल के नेतृत्व वाली खंडपीठ ने बड़ा फैसला सुनाया था। जहां सुप्रीम कोर्ट ने एनसीपीई व केन्द्र सरकार की एसएलपी सहित मुकेश कुमार व अन्य की याचिकाओं को खारिज कर दिया। जहां उन याचिकाओं में बीएड डिग्री धारकों को भी श्रेणी अध्यापक भर्ती लेवल 1 के लिए पात्र माने जाने की बात कही गई थी। हालांकि इसे सुप्रीम कोर्ट ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इस भर्ती के लिए केवल BTC डिप्लोमा धारक ही पात्र माने जायेंगे। ज्ञात हो कि राजस्थान हाई कोर्ट ने भी यही फैसला सुनाया था।
आंदोलन के लिए मजबूर हो रहे अभ्यर्थी (Candidates being forced to agitate) -
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीएड अभ्यर्थियों के खिलाफ सुनाए गए फैसले से बीएड अभ्यर्थी काफी दिनों से बेहद निराश हैं। बीएड अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने भी उतनी ही मेहनत की है, जितनी की बीटेक के अभ्यर्थियों ने, तो फिर उनके लिए सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रकार का फैसला क्यों सुनाया। बता दें कि बीएड के सभी अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ हैं। जहां बीएड अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के विरोध में आंदोलन करने की भी धमकी दी है। अभ्यर्थियों ने कहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट फैसले में बदलाव नहीं करेगा, तो वह प्रदर्शन करेंगे।
क्या बदल जायेगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला (Will the Supreme Court's decision change?) -
जिस दिन सुप्रीम कोर्ट ने बीएड अभ्यर्थियों के खिलाफ फैसला सुनाया, उस दिन से ही अभ्यर्थी काफी दुखी हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि वे इसको लेकर आंदोलन करेंगे, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट को अपने ही फैसले पर दोबारा विचार करना होगा। इतना ही नहीं अभ्यर्थियों का तो यह भी कहना है कि सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला बदलना भी होगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाया गया यह फैसला पूरी तरफ गलत है। बता दें कि अभ्यर्थी कई बार फैसले को बदलने की अपील भी कर चुके हैं। हालांकि अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
हर खबर की अपडेट सबसे पहले प्राप्त करें -
आपके काम की हर महत्वपूर्ण खबर और अपडेट उपलब्ध है हमारे इस वेबसाइट पर। चाहे हो रोजगार से जुड़ी खबर या हो योजनाओं संबंधी जानकारी हर अपडेट और हर खबर आपको मिलेगी हमारे इस वेबसाइट पर। अगर आप चाहते हैं कि जब भी हम कोई खबर प्रकाशित करें तो आपको उसका नोटिफिकेशन मिले तो आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं जिसका लिंक इस पोस्ट के नीचे हरे रंग की पट्टी में दिया गया है। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ सकते हैं और हर अपडेट का नोटिफिकेशन सबसे तेज और पहले प्राप्त कर सकते हैं। हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आपको हर खबर का नोटिफिकेशन सबसे तेज मिल जाता है और आपसे आपके काम की कोई भी महत्वपूर्ण खबर नहीं छूटती है।